देश में विधायकों की सैलरी (Vidhayak Ki Salary) अलग-अलग राज्यो मे अलग-अलग होती है। विधायकों को सैलरी के साथ-साथ भत्ता व अनेकों सुविधाएं भी मिलती है। उत्तर प्रदेश के विधायकों और मंत्रियों को उनके मूल वेतन पर कोई सरकारी टैक्स नहीं देना होता है।
विधायकों और मंत्रियों का वेतन के अंडर में नहीं आता है। इस आर्टिकल के माध्यम से समझते है कि यूपी में विधायकों को कितनी सैलरी मिलती है और उन्हें क्या-क्या सुविधाएं सरकार की तरफ से दे जाती हैं।
आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको विधायक से संबन्धित सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है जैसे- MLA क्या है?, Vidhayak Ki Salary क्या होता है? आदि जैसी अनेकों जानकारी देने वाले है।
अगर आप भी Vidhayak Ki Salary के बारे मे अनेकों जानकारियों को जानना चाहते है तो इसके लिए हमारे इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़े। आज आपको कुछ नया जरूर सीखने को मिलेगा।
विधायक (MLA) कौन होता है?
एक विधायक (MLA) जनता की सेवा करने के लिए चुना जाता है जिसे जनता स्वयं अपना बहुमूल्य वोट देकर चुनती है। विधायक का चुनाव हर 5 साल मे निर्वाचन आयोग द्वारा करवाया जाता है।
जिसमे जनता के द्वारा बहुमत मिलने पर विधायक बनते है। विधायक का कार्यकाल 5 वर्षो का होता है। विधायक अपने नगर के लोगों की समस्या को सुनता है और नगर कि तरक्की के लिए अनेकों काम भी करता है।
यूपी मे विधायक (MLA) का वेतन व भत्ता ? Vidhayak Ki Salary
एक रिपोर्ट्स मे बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में विधायकों को सैलरी के तौर पर 95,000 हजार रुपए मासिक दिए जाते हैं। उत्तर प्रदेश विधायकों को हर महीने 17,500 रुपये की बेसिक सैलरी मिलती है। साथ ही 35 हजार रुपये निर्वाचन क्षेत्र के लिए भत्ता और 14 हजार रुपये ऑफिस खर्च के लिए भत्ता मिलता है।
विधायकों को आने-जाने के लिए हर साल 4.25 लाख रुपए रेल यात्रा भत्ता मिलता है। उत्तर प्रदेश में एक विधायक को विधायक निधि के रूप में 5 साल के अन्दर 7.5 करोड़ रुपये मिलते हैं जिसका उपयोग वो जनता की सेवा के लिए करते है।
- यूपी मे विधायक को 75 हजार रुपये वेतन के रूप में मिलता है।
- यूपी मे विधायक को 24 हजार रुपये पेट्रोल और डीजल खर्च के लिए दिये जाते है।
- यूपी मे विधायक को 6 हजार रुपये पर्सनल असिस्टेंट की फीस के लिए दिये जाते है।
- यूपी मे विधायक को 6 हजार रुपये मेडिकल खर्च के लिए मिलता है।
- यूपी मे विधायक को 6 हजार रुपये मोबाइल खर्च के लिए दिया जाता है।
- यूपी मे विधायक को आवास, खाने-पीने अपने क्षेत्र में आने-जाने का खर्च 69 हजार रुपये के लिए मिलता है।
विधायक का कार्यकाल कितना होता है? – MLA Salary In India 2023
विधायक का कार्यकाल 5 वर्ष के लिए होता है विधायक बनने के 5 साल बाद फिर से विधायक बनने के लिए चुनाव लड़ना पड़ता है। लेकिन अगर देश में चुनाव होने से पहले किसी कारण से चुनाव की प्रक्रिया में देरी होती है या आचारसहिंता लागू कर दी जाती है तो ऐसे मे विधायक 6 महीने तक और ज्यादा अपने पद पर रह सकता है।
आपको बता दें कि भारतीय सविधान के अनुसार विधायक का कार्यकाल 5 वर्ष तक का ही होता है। चुनाव में किसी कारणवश देरी होने के कारण सविधान के अनुसार 6 महीने तक अपने पद पर रहकर के विधायक अपना कार्यभार देख सकता है। इसके लिए भी विधायक को अलग से वेतन दिया जाता है।
विधायक का पेंशन
यूपी के पूर्व विधायकों को 30 हजार रुपए हर महीने पेंशन मिलती है। इसके अलावा विधायक के रूप में हर अतिरिक्त वर्ष के लिए दो हजार रुपए अलग से मिलते हैं।
पूर्व विधायकों को सालाना ट्रेन कूपन भी मिलता है। जिसमें से 50 हजार रुपए निजी वाहन के डीजल, पेट्रोल के वास्ते लिए जा सकते हैं। इसके अलावा जीवन भर मुफ्त रेलवे पास और मेडिकल सुविधा का लाभ भी मिलता रहता है।
हमे पूरा भरोसा है कि आपको यह पोस्ट Vidhayak Ki Salary जरूर पसंद आया होगा। हम हमेशा से यह कोशिश करते रहते है कि हम आपके लिए अच्छा से अच्छा Content लेकर आए। हम आशा करते हैं कि अब आपको Vidhayak Ka Vetan से संबन्धित सभी जानकारी मिल गयी होगी।
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